Pre Primary CTET News: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की नवीनतम जानकारी सामने निकल कर आ रही है नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अंतर्गत सीटेट परीक्षा में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है अब सीटेट परीक्षा का आयोजन चार स्तरों पर कराए जाने का प्रारूप तैयार किया जा रहा है जिसमें अब प्री प्राइमरी शिक्षकों के लिए भी सीटेट परीक्षा आयोजित कराए जाने के लिए लेवल निर्धारित किए जाने की खबर है अगर ऐसा होता है तो सीटेट की पूरी संरचना बदल जाएगी आईए जानते हैं पूरी रिपोर्ट।
सीटेट परीक्षा में एनसीटीई करने जा रही बड़े बदलाव
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा अपनी शुरुआत से ही अब तक सबसे बड़े बदलाव की कगार पर है हालांकि सीबीएसई और एनसीटीई द्वारा इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन विश्वसनीय सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार CTET 2025 अब दो स्तरीय के बजाय चार स्तरीय किए जाने का प्रारूप तैयार किया गया है जिसमें प्राइमरी लेवल से पहले प्री प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए भी सीटेट परीक्षा कराए जाने को लेकर चर्चा चल रही है।
एनसीटीई अधिनियम 2025 से होंगे बदलाव
बता दें विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि स्टेड 2025 आगामी एनसीटीई अधिनियम के प्रभाव से अलग-अलग लेवल पर पुनर्गठित की जाएगी अगर इसे लागू किया जाता है तो शिक्षकों की पूरी प्रक्रिया ही बदल जाएगी सीटेट परीक्षा में बड़े बदलाव की तैयारी सीबीएसई और एनसीटीई द्वारा संयुक्त रूप से सहमति के आधार पर की जा रही है जहां एक और प्राइमरी और अपर प्राइमरी में दो लेवल पर परीक्षा आयोजित कराई जाती रही है अब इसे सीनियर लेवल से लेकर प्री प्राइमरी लेवल तक विस्तारित कर दिया गया है अब प्री प्राइमरी में शिक्षकों के लिए सीबीएसई द्वारा सीटेट परीक्षा आयोजित कराए जाने की तैयारी चल रही है।
NEP 2020 में बाल वाटिका को महत्व
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में बाल वाटिका को काफी महत्वपूर्ण दिया गया है बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा जिसमें 3 से 6 साल तक के बच्चे शामिल हैं को लेकर एनसीटीई बदलाव करने जा रही है जिसके लिए सीबीएसई द्वारा प्री प्राइमरी सीटीईटी आयोजित कराए जाने को लेकर प्रारूप में शामिल किया गया है बता दें केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में अब 4 लेवल निर्धारित किए जाने की तैयारी है सूत्रों की माने तो अब सीबीएसई द्वारा प्री प्राइमरी, प्राइमरी, अपर प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी यानी कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षकों के लिए भी सीटेट परीक्षा आयोजित कराई जाएगी।
सीटेट परीक्षा में क्यों किया जा रहे महत्वपूर्ण बदलाव
बता दें शिक्षकों की गुणवत्ता और स्पष्ट में सुधार के लिए एनसीटीई और सीबीएसई रणनीतिक बदलाव करने जा रही है सीटेट को चार स्तरों में विभाजित करके परीक्षा में बड़े बदलाव किया जाने की तैयारी की जा रही है स्कूल प्रणाली में शिक्षकों की भूमिका के साथ अधिक सटीक रूप से संरक्षित करने विशेष विशेषज्ञ को प्रोत्साहित करने विशेष रूप से उच्च कक्षाओं के लिए तथा प्रारंभिक बाल्यावस्था प्राथमिक उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक के लिए अलग-अलग प्रमाण पत्र देकर शिक्षकों की भूमिका को और अधिक विशेष बनाना है।
प्री प्राइमरी शिक्षा बच्चों की बुनियाद
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में प्री प्राइमरी शिक्षा को शिक्षा की नींव माना गया है और इस पर विशेष जोर दिया गया है प्री प्राइमरी शिक्षा को लेकर विशेष तौर पर बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं मीडिया रिपोर्ट्स और सूत्रों की माने तो आने वाले समय में प्री प्राइमरी शिक्षकों को भी शिक्षक पात्रता परीक्षा देनी पड़ सकती है अभी कक्षा एक से लेकर कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करनी होती है लेकिन अगर नए प्रारूप को मंजूरी मिलती है तो प्री प्राइमरी से लेकर माध्यमिक तक के शिक्षकों को शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा देनी पड़ सकती है हालांकि अभी एनसीटीई या सीबीएसई की ओर से इस मामले पर कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।